मैंने अपनी पत्नी की कामुक माँ को देखा, उसके पर्याप्त उभारों को बांध दिया और पीछे से जोरदार तरीके से प्रवेश किया। मैं इस कृत्य में पकड़ा गया था, उसके पर्याप्त पिछवाड़े पर कच्ची, अनफ़िल्टर्ड अंतरंगता, चरमोत्कर्ष उतरते हुए।.
मैंने अपनी पत्नी की कामुक माँ को देखा, उसके पर्याप्त उभारों को बांध दिया और पीछे से जोरदार तरीके से प्रवेश किया। मैं इस कृत्य में पकड़ा गया था, उसके पर्याप्त पिछवाड़े पर कच्ची, अनफ़िल्टर्ड अंतरंगता, चरमोत्कर्ष उतरते हुए।.
मैं घर में टहल रहा था कि तभी मेरी सास को खिड़की से देखा, और वो एक लड़के से चुद रही थीं.पहले तो मैं चौंक गया, लेकिन फिर मैंने देखने का फैसला किया.वो आदमी उन्हें ज़ोर ज़ोर से चोद रहा था, और वो उनकी गांड को वीर्य से ढक रहा था.एक अजीब सी फीलिंग थी, जो मेरी सास की किसी पराये मर्द से चुदती देख रही थी.उसकी बड़ी, मोटी गांड थी कि वो बंदा ज़ोर ज़ोर से चुद रहा था.वो उसे गांड में चोद रहा था और मैं उसे मज़े से कराहते हुए देख रहा था.आदमी दिखने में बुरा नहीं था, और उसे मालूम लग रहा था कि उसे कैसे खुश करना है.मुझे उसकी टाइट बुर में उसका बड़ा लंड अन्दर बाहर फिसलता हुआ दिख रहा था.अजीब पराये पराये गैर मर्द से चुदते हुए देखना एक अजीब सी फ़ीलिंग थी, लेकिन वो बहुत गर्म भी थी.मुझे उसकी बड़ी, मोरी गांड सह से ढकी हुई दिख रही थी, और इसने मुझे उत्तेजित कर दिया था.
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